प्रधान, सचिव व जेई ने मिलकर 6 लाख रुपये का किया बंदर बांट, डीएम ने दिए वसूली के निर्देश
सनशाइन समय बस्ती से मनीष मिश्र की रिपोर्ट
बस्ती। उत्तर प्रदेश के बस्ती (Basti) में 6 लाख रुपये के भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। जहां फर्जी तरीके से सरकारी धन को निकाल कर ग्राम प्रधान, सचिव व जेई मिलकर आपस में बंदर बांट कर लिया।
हरैया विकास खंड के ग्राम पंचायत ने मनरेगा के तहत नियम विरुद्ध नाले की साफ सफाई करा दी। जहा सफाई के नाम पर 6 लाख रुपये खर्च कर दिया गया। मामले की शिकायत हुई तो करवाई कर DM ने जांच कराई। जांच में प्रधान, ग्राम सचिव और जेई दोषी पाए गए। मामला हरैया विकास खंड (Haraiya Development Block) की ग्राम पंचायत मुईली का है। अब डीएम ने प्रधान, सचिव और जेई से सफाई के नाम पर खर्च किए गए छह लाख रुपये वसूलने का निर्देश दिया है। ग्राम सचिव और जेई के खिलाफ विभागीय व अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए भी कहा है।
मुईली निवासी रामकिशुन (Ramkishun resident of Muili) ने अगस्त 2022 में शिकायत की थी। शिकायत पर डीपीआरओ और एई सरयू नहर खण्ड चार की संयुक्त टीम ने जांच की। यह जांच शिकायतकर्ता एवं अन्य ग्रामवासियों की उपस्थिति में हुई। जांच आख्या छह सितम्बर 2022 को दी गई।
तत्कालीन ग्राम सचिव दयानंद वर्मा और रुद्रदेव जेई आरईडी (Rudradev JE RED) से स्पष्टीकरण मांगा। प्रधान हृदयलाल ने जांच से संतुष्ट नहीं होने पर पुनः जांच कराने की मांग की। प्रधान की मांग पर उपायुक्त मनरेगा, अधिशाषी अभियन्ता बाढ़ कार्य खंड और जेई पीडब्लूडी ने जांच की। नियम विरुद्ध नाला सफाई का काम. करने को प्रधान हृदयलाल, तत्कालीन ग्राम सचिव दयानंद वर्मा और जेई आरईडी रुद्रदेव दोषी पाए गए। प्रोजेक्ट पर खर्च की गई कुल धनराशि के सापेक्ष प्रत्येक से एक तिहाई 1.99 लाख रुपये की वसूली होगी। वसूली के लिए डीएम ने संबंधित को निर्देशित किया है।