दो वर्षीय मामूम बालिका का एक रिक्शे वाले ने किया अपहरण, पुलिस के प्रयास से बरामद
सनशाइन समय बस्ती से मनीष मिश्र की रिपोर्ट
बस्ती। जिला अस्पताल के निकट से बुधवार की शाम को दो वर्षीय मामूम बालिका का एक रिक्शे वाले ने अपहरण कर लिया गया था। बच्ची की खोजबीन करने के बाद जब पता नहीं चला तो पड़ोस में एक इलेक्ट्रानिक की दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे से बच्ची के अपहरण का सुराग मिला। बच्ची के अपहरण की सनसनीखेज घटना के बाद हरकत में आई पुलिस ने बच्ची को पुरानी बस्ती थाना क्षेत्र से ग्रामीण वासी और प्रधान प्रतिनिधि प्रशांत पांडे के सहयोग से सकुशल बरामद कर लिया है। जानकारी के मुताबिक जिला अस्पताल से कैली मेडिकल कालेज जाने वाले रोड पर राजू पाल सिंह के मकान किराए पर रह रहे सत्य प्रकाश तिवारी की पुत्री शाम को घर के बाहर खेल रही थी। अचानक लापता हो गई। शाम हो जाने पर बच्ची को घर के लोग ढूंढने लगे, बच्ची नहीं मिलने पर अगल-बगल लोगों से परिवार के लोग पूछताछ की करना शुरू परन्तु बच्ची का पता नहीं चल सका। देर रात घर के सामने एक इलेक्ट्रॉनिक दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे की रिकार्डरिंग देखी गई तो उसमें अस्पताल के बगल स्थित मनहनडीह गांव निवासी फूलचंद सोनकर का अपने रिक्शे पर बैठा कर रेलवे स्टेशन की तरफ जाने का फुटेज मिला। जानकारी यह मिली की फूलचन्द की बीबी रेलवे स्टेशन पर भीख मांगती है। परिवार और शुभचिंतकों ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उसी रूट पर उसका पीछा किया लेकिन आगे उसका पता नहीं लग सका। गुरुवार को हरकत में आई पुलिस ने बच्ची को बरामद कर लेने का दावा किया। एसएचओ कोतवाली विनय पाठक ने बताया कि पुरानी बस्ती थाना क्षेत्र से बच्ची को 16 घंटे के भीतर ही सकुशल बरामद कर लिया गया है। इस मामले में चीता मोबाइल दस्ता व पुरानी बस्ती पुलिस का विशेष सहयोग से
दो वर्षीया मासूम के अपहरण का राजफाश करने में आपरेशन त्रिनेत्र के जरिए शहर में जगह-जगह लगाए गए सीसीटीवी कैमरे की उपयोगकता दिखने लगी है। बच्ची के अपहरण के मामले में सीसीटीवी कैमरे से अहम सुराग मिला था, जिसमें स्थानीय होने के कारण ई-रिक्शा चालक की पहचान अपहरण की घटना के बाद हो गई थी।
पुलिस के पूछताछ में पकड़े गए ई-रिक्शा चालक फूलचन्द ने स्वीकार किया कि वह नि:संतान है इस नाते इस बच्ची की कई दिनों से रेकी कर रहा था, बुधवार शाम को मौका पाते ही उसने अपहरण की घटना को अंजाम दे दिया।
एसओ पुरानी बस्ती महेश सिंह ने बताया कि जैसे ही उन्हें अपहरण की घटना की खबर मिली कि अपहरण कर्ता उनके थाना क्षेत्र में छुपा हुआ है। तो उन्होंने कोतवाली के चीता मोबाइल दस्ते के साथ पूरी रात सर्च अभियान चलाया। बताया कि इस घटना के कारण वह सारी रात जगे रहे।